
जब आपके बाल गुच्छों के रूप में निकलते हैं, एक बार में 100 से ज्यादा बाल गिरते हैं, बिस्तर और फर्श पर भी बाल गिरे हुए दिखते हैं, शैंपू करते वक्त और कंघी करते समय भी ज्यादा बाल गिर रहे हैं, तो कैसे पता करें कि बाल झड़ने का कारण क्या है और कौन सी बीमारी हो सकती है? इन सभी बातों पर हम इस लेख में चर्चा करेंगे और हेल्दी टिप्स बताएंगे जो आप घर पर ही कर सकते हैं।
गुच्छों में बाल क्यों गिरते हैं? ( hair fall reason in hindi )
दिनभर में 10-15 बाल गिरना सामान्य बात है, लेकिन यदि बाल गुच्छों में 100-200 रोज गिर रहे हैं, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। यह कुछ बीमारियों के लक्षण भी हो सकते हैं। बहुत ज्यादा बाल झड़ना ये 3 बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं:
1-एलोपेसिया डिफ्यूज (Alopecia diffuse) – जब बहुत ज्यादा बाल झड़ते हैं तो उसके पीछे बालों का अत्यधिक डिफ्यूज अवस्था में जाना हो सकता है। सामान्य तौर पर 10% बाल टेलोजन अवस्था यानी डिफ्यूज अवस्था में होते हैं, यदि इससे अधिक बाल डिफ्यूज अवस्था में चले जाएँ तो 20% से 30% बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है और बालों का जीवन चक्र कम हो जाता है। टेलोजन रेशियो अधिक disturbed होने के कारण बालों का झड़ना शुरू हो जाता है।
पोषण की कमी से भी यह समस्या हो सकती है। जब प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, जिंक, बायोटिन, कैल्शियम बालों को कम मात्रा में मिलता है, तब भी यह समस्या आ सकती है।
2-एलोपेसिया एरियाटा (Alopecia Areata)– बाल ज्यादा झड़ने का दूसरा कारण एलोपेसिया एरियाटा हो सकता है, जिसे हम पैची हेयर लॉस कहते हैं। यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है।
एलोपेसिया एरियाटा और एलोपेसिया डिफ्यूज में यह अंतर है कि इसमें स्थानीय (localized) क्षेत्र से बाल झड़ते हैं और गंजापन आ जाता है, जबकि एलोपेसिया डिफ्यूज में बाल बिखर-बिखर कर झड़ते हैं।
यदि किसी व्यक्ति को थायरॉइड की समस्या है, तो भी यह परेशानी आ सकती है।
3-एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया (Androgenetic Alopecia)– बालों के झड़ने का सबसे आम प्रकार है, जिसे पुरुष-पैटर्न गंजापन और महिला-पैटर्न बालों का पतला होना भी कहा जाता है। यह हार्मोन बालों के रोम को कमजोर करता है, जिससे बाल पतले और कमजोर हो जाते हैं । यह समस्या आनुवंशिक और हार्मोनल कारणों से होती है और उम्र बढ़ने के साथ अधिक स्पष्ट हो सकती है।
अन्य कारण:
- अत्यधिक दवाओं का सेवन – कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण बाल झड़ सकते हैं। कैंसर के इलाज में उपयोग की जाने वाली दवाएँ बालों को तेजी से गिरा सकती हैं।
- तनाव (Stress) – तनाव से कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जो बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। अत्यधिक तनाव के कारण बालों की जड़ों को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता, जिससे बाल झड़ने लगते हैं
- नींद की कमी – नींद की कमी से शरीर में मेलाटोनिन और कॉर्टिसोल का असंतुलन हो सकता है, जिससे बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं।
- पोषण की कमी – आयरन, जिंक, विटामिन D और B12 की कमी से बाल कमजोर हो सकते हैं। बालों का मुख्य घटक केराटिन होता है, जो प्रोटीन से बनता है। यदि आहार में प्रोटीन की कमी हो, तो बाल कमजोर होकर झड़ सकते हैं
- पानी की कमी – पर्याप्त पानी न पीने से बालों की जड़ों को पोषण नहीं मिलता, शरीर में डिहाइड्रेशन होने पर स्कैल्प ड्राई हो जाता है, जिससे बाल गिरने लगते हैं।
- स्कैल्प संक्रमण – बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण बालों की जड़ों को कमजोर कर सकते हैं। रिंगवर्म (Tinea Capitis) – यह एक फंगल संक्रमण है, जो बालों के झड़ने का कारण बन सकता है।
उपचार –Kaise kare jhadte balo ka ilaj ?
1- आयुर्वेदिक उपचार: ( Ayurvedic treatment for hair fall)
आयुर्वेद में बहुत सारे सिंगल हर्ब्स और बहुत सारी जड़ी-बूटियाँ ऐसी हैं जिनसे बालों की समस्या दूर करने में मदद मिलती है।
- शिरोधारा – यह एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें गर्म तेल को धीरे-धीरे सिर पर डाला जाता है, जिससे बालों की ग्रोथ बढ़ती है। यह विधि मानसिक शांति प्रदान करने, तनाव कम करने, सिरदर्द और अनिद्रा का उपचार करने, तथा बालों को मजबूत बनाने में सहायक होती है। यह शरीर और मन को गहराई से आराम देने वाली चिकित्सा मानी जाती है।
- पंचकर्म – शरीर को डिटॉक्स करने के लिए पंचकर्म उपचार किया जाता है, जिससे बालों की सेहत में सुधार होता है।पंचकर्म (Panchakarma) आयुर्वेद की एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है जो शरीर को शुद्ध करने और संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। बालों के लिए पंचकर्म लाभदायक हो सकता है क्योंकि यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर रक्त संचार को बेहतर करता है, जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। शरीर को डिटॉक्स करने के लिए पंचकर्म उपचार किया जाता है, जिससे बालों की सेहत में सुधार होता है।
- बस्ती (Basti) पंचकर्म की एक प्रमुख आयुर्वेदिक चिकित्सा है, जिसमें औषधीय तेल या काढ़ा शरीर में प्रविष्ट कराया जाता है। यह विधि शरीर को अंदर से शुद्ध करने और पोषण देने में मदद करती है। बालों के लिए बस्ती का लाभ यह है कि यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर पोषण में सुधार करता है, जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और उनका झड़ना कम होता है।
- आयुर्वेदिक हेयर मास्क – आंवला, शिकाकाई, रीठा और मेथी पाउडर को मिलाकर हेयर मास्क बनाया जाता है, जो बालों को मजबूत करता है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां:
- ब्राह्मी (Brahmi) – यह हमारे दिमाग को तंदुरुस्त बनाने के साथ-साथ हमारे बालों के लिए अत्यधिक लाभकारी होती है। यह हमारे बालों के चारों ओर सुरक्षा कवच (protective shed) निर्मित करती है। इस हर्ब में बालों के अनुकूल पोषक तत्व होते हैं, जिनके कारण यह बालों को पोषण देती है और उन्हें डिफ्यूज़ हेयर लॉस से बचाती है।
- शिकाकाई (Shikakai) – बालों को प्राकृतिक तरीके से देखभाल करने के लिए शिकाकाई का पानी बेहद फायदेमंद माना जाता है। शिकाकाई के पानी में विटामिन C के साथ-साथ विटामिन E, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन जैसे कई आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों को सिल्की और शाइनी बनाने में मदद करते हैं और बालों का झड़ना कम करते हैं।
- भृंगराज – इसे “बालों का राजा” कहा जाता है। यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है और नए बालों के विकास में मदद करता है।
- करी पत्ता – यह बालों को असमय सफेद होने से रोकता है और उनकी ग्रोथ को बढ़ाता है।
2- मेडिसिन और मेडिकल उपचार – medicine and medical treatment-
बालों के झड़ने के लिए विभिन्न प्रकार की दवाएं और उपचार उपलब्ध हैं।
- मिनोक्सिडिल: यह एक टॉपिकल लोशन है जो बालों के विकास को बढ़ावा देता है।
- फिनास्टेराइड: यह एक गोली के रूप में उपलब्ध है और पुरुषों में बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है।
- लेजर थेरेपी: यह बालों के रोम को उत्तेजित करने में मदद करता है।
पीआरपी (PRP) थेरेपी – PRP Therapy for hair
बालों के झड़ने के इलाज के लिए एक लोकप्रिय चिकित्सा प्रक्रिया है। इसे प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा थेरेपी कहा जाता है, जिसमें रोगी के अपने रक्त से प्लेटलेट्स निकालकर खोपड़ी में इंजेक्ट किया जाता है। यह बालों के रोम को उत्तेजित करता है और नए बालों के विकास को बढ़ावा देता है ।
पीआरपी थेरेपी के फायदे –
- बालों के विकास को बढ़ावा देता है।
- बालों की मोटाई और मजबूती में सुधार करता है।
- गंजेपन को कम करने में मदद करता है।
- प्राकृतिक और सुरक्षित प्रक्रिया है, क्योंकि इसमें रोगी के अपने रक्त का उपयोग किया जाता है.
पीआरपी थेरेपी की प्रक्रिया –
- रक्त संग्रह – डॉक्टर रोगी के हाथ से रक्त का नमूना लेते हैं।
- प्लेटलेट्स को अलग करना – रक्त को एक विशेष मशीन (सेंट्रीफ्यूज) में रखा जाता है, जिससे प्लेटलेट्स अलग हो जाते हैं।
- इंजेक्शन – तैयार प्लेटलेट-समृद्ध प्लाज्मा को खोपड़ी में इंजेक्ट किया जाता है।
- बालों के रोम को उत्तेजित करना – यह बालों के विकास को बढ़ावा देता है और बालों को मजबूत बनाता है।
बालों के लिए घरेलू उपाय (hair fall treatment in homeopathy)
1-बालों के लिए मेथी के बीज का उपयोग कैसे करें:
मेथी के बीज बालों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनमें प्रोटीन, निकोटिनिक एसिड और लेसिथिन होते हैं, जो बालों को मजबूत बनाने, झड़ने से रोकने और स्कैल्प को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं
मेथी का हेयर मास्क – मेथी के बीज को रातभर पानी में भिगोकर पीस लें। इसमें नारियल तेल या दही मिलाकर बालों में लगाएं और 30 मिनट बाद धो लें।
मेथी का तेल – नारियल तेल में मेथी के बीज डालकर गर्म करें। ठंडा होने पर इसे बालों में लगाएं।
2-बालों के लिए एलोवेरा का उपयोग कैसे करें:
एलोवेरा बालों के लिए एक बेहतरीन प्राकृतिक उपचार है। इसमें विटामिन A, C, E और B12 होते हैं, जो बालों को पोषण देते हैं और उनकी ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं। एलोवेरा बालों को मजबूत बनाने, डैंड्रफ को कम करने और स्कैल्प को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
एलोवेरा जेल – ताजे एलोवेरा के पत्ते से जेल निकालकर सीधे बालों और स्कैल्प पर लगाएं।
एलोवेरा और नारियल तेल – एलोवेरा जेल में नारियल तेल मिलाकर बालों में लगाएं।
follow karen ye diet plan – diet for hair fall control
जब आपको पता लगे कि बाल बहुत झड़ रहे हैं, तो सबसे पहले आपको अपनी डाइट और जीवनशैली सही करनी होगी। यह सुनिश्चित करें कि आपकी डाइट में पर्याप्त प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन शामिल हों।
- 30 मिनट तक योग और व्यायाम करें।
- प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन के लिए आपको अंकुरित अनाज खाना चाहिए।
- हरी सब्जियाँ और पत्तेदार सब्जियाँ अधिक मात्रा में खानी चाहिए।
- खाने में सलाद को शामिल करें।
- फल ज्यादा खाएँ।
- 7-8 घंटे की नींद लें।
- शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।