dandruff treatment at home in hindi-डैंड्रफ कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन इसके कारण बालों का झड़ना, खुजली और सामाजिक असहजता हो सकती है। डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए आपको सिर्फ कुछ सरल तरीके अपनाने की ज़रूरत है। महंगे प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट की ज़रूरत नहीं है। ज़्यादातर लोग यह गलती करते हैं कि लगातार डैंड्रफ हटाने पर ध्यान नहीं देते। दो-तीन दिन कुछ घरेलू उपाय करने के बाद देखभाल करना छोड़ देते हैं, लेकिन आपको नियमित हेयर केयर टिप्स फॉलो करने की ज़रूरत है।
डैंड्रफ होने के आम कारण:
स्कैल्प की सफाई न करना – सिर की त्वचा पर मौजूद प्राकृतिक तेल (सेबम) और मृत कोशिकाएं अगर समय पर साफ न की जाएं, तो ये डैंड्रफ का कारण बन सकती हैं। कम सफाई से फंगस की वृद्धि होती है और आगे जाकर डैंड्रफ की समस्या उत्पन्न होती है।
रूखी या तैलीय त्वचा-बार-बार शैम्पू से बाल धोना भी नुकसानदायक है क्योंकि इससे स्कैल्प की नमी खत्म हो जाती है, जिससे त्वचा रूखी और संवेदनशील हो जाती है- तैलीय त्वचा में sebum की अधिकता Malassezia फंगस को बढ़ावा देती है, जिससे पपड़ीदार डैंड्रफ बनता है ।
विटामिन B की कमी-विटामिन B त्वचा की सेहत के लिए बेहद ज़रूरी हैं। इनकी कमी से स्कैल्प की कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं और जल्दी झड़ने लगती हैं । Vitamin B12: बालों की जड़ों को पोषण देता है और स्कैल्प को स्वस्थ रखता है। कमी से बाल झड़ना और डैंड्रफ बढ़ सकता है ।
बालों को तेल न लगाना -तेल स्कैल्प को नमी देता है और मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है। तेल न लगाने से ये कोशिकाएं जल्दी-जल्दी झड़ती हैं और सिर में खुजली व सफेद flakes दिखाई देने लगते हैं। जब हम बालों में तेल नहीं लगाते, तो सिर की त्वचा रूखी हो जाती है। इससे वह सूखकर सफेद पपड़ियों में बदलने लगती है, जिसे डैंड्रफ कहते हैं।
डैंड्रफ भगाने के असरदार घरेलू उपाय (Dandruff Treatment at Home in Hindi)
नीम
नीम के अंदर डायरेक्टिन नाम का एक कंपाउंड होता है जिसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह मेलासिया फंगस जो डैंड्रफ पर होता है, उसको मार सकता है। नीम एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण, और कीटाणुनाशक गुण से पूर्ण है। एंटीफंगल गुण डैंड्रफ को जड़ से खत्म करता है और कीटाणुनाशक गुण स्कैल्प को साफ और स्वस्थ रखता है। इस प्रकार से डैंड्रफ को खत्म करने का काम करता है नीम। नीम का उपयोग आप अलग-अलग रूप में कर सकते हैं। जो घरेलू उपाय आपको सहज लगे, उसका प्रयोग ज़रूर करें।
नीम के पत्ते एक-दो मुट्ठी भर नीम की पत्तियाँ लेकर धो लें। 2–3 कप पानी में उबालें। तब तक उबालें जब तक पानी हरा न हो जाए। फिर इसे छान लें और ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद आप इसे अपने स्कैल्प पर लगाएँ। 15–20 मिनट के बाद ठंडे पानी से धो लें और अच्छा सा माइल्ड शैम्पू से हेयर वॉश कर लें। आप इसे हफ्ते में दो से तीन बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
नीम ऑयल 2–3 चम्मच नीम ऑयल के साथ मिक्स करें। इसे अपने स्कैल्प में जेंटली मसाज करें और 30 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर माइल्ड शैम्पू से ठंडे पानी में धो लें। आप इसे हफ्ते में एक बार लगाएँ, ठीक रहेगा।
नीम पाउडर एक कटोरी में हल्का गुनगुना पानी लें और 2–3 चम्मच नीम पाउडर मिक्स करें। घोल बनने के बाद डैंड्रफ वाली जगह पर अप्लाई करें।
ग्रीन टी रिंस
बालों के लिए ग्रीन टी एक नैचुरल जादुई टॉनिक है। ग्रीन टी में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं जो डैंड्रफ को कम कर सकते हैं। इसमें मौजूद कैटेचिन्स (Catechins) बालों की जड़ों को मजबूत करते हैं और हेयर फॉल को रोकते हैं। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ-साथ विटामिन B और E पाया जाता है। ओवरऑल ग्रीन टी रिंस स्कैल्प को डिटॉक्स करता है और एक्स्ट्रा ऑयल को हटाता है जिससे स्कैल्प पर ओवर ऑयल जमने से होने वाली डैंड्रफ से छुटकारा मिलता है।
प्रयोग विधि: 2 ग्रीन टी बैग्स को 2 कप ठंडे पानी में ओवरनाइट डुबोकर रखें। फिर अगली सुबह टी बैग निकालकर ग्रीन टी रिंस को एक स्प्रे बॉटल में भरें। इसे हेयर वॉशिंग से पहले स्कैल्प पर अप्लाई करें। अगर आपकी स्कैल्प ऑयली है तो 1 घंटे के लिए और ड्राई स्कैल्प है तो 20 मिनट के लिए अप्लाई करके रहने दें। 20 मिनट से 1 घंटे के बाद एक अच्छे शैम्पू से बालों को वॉश कर लें। इसके परिणामस्वरूप आपकी डैंड्रफ की समस्या धीरे-धीरे खत्म होने लगेगी।
लहसुन और शहद का पेस्ट
डैंड्रफ की शुरुआत फंगल इन्फेक्शन से होती है। आपको यह बात भी पता होगी कि अदरक में एंटीफंगल गुण होते हैं जो सीधे तौर पर फंगल संक्रमण को रोकने का कार्य करते हैं। अदरक में मौजूद ज़िंजरोल (Gingerol) स्कैल्प पर फंगल संक्रमण को कंट्रोल करता है। अदरक में मॉइस्चराइजिंग गुण भी होते हैं जो स्कैल्प और बालों को सॉफ्ट मॉइस्चर देते हैं। मोटे तौर पर यह मिश्रण स्कैल्प को डीटॉक्स करता है और डैंड्रफ को जड़ से हटाने में मदद करता है
एक चम्मच ताजा अदरक का रस निकालें और उसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं। दोनों को अच्छे से मिलाकर पेस्ट बना लें और स्कैल्प पर लगाएं। हल्के हाथों से करीब 5 मिनट मसाज करें और फिर इस पेस्ट को 20 मिनट तक लगा रहने दें। बाद में हल्के शैम्पू से बालों को धो लें। इस उपाय को हफ्ते में दो बार करें, खासकर अगर आपकी स्कैल्प सूखी है या उसमें खुजली होती है। यह नुस्खा डैंड्रफ कम करने और स्कैल्प को शांत करने में मदद करता है।
कपूर, नींबू और नारियल तेल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कपूर एक प्राकृतिक यौगिक है जो मुख्य रूप से कपूर के पेड़ (Cinnamomum camphora) की लकड़ी से निकाला जाता है। इसलिए कपूर में पाए जाने वाले एसेंशियल ऑयल कंपाउंड बालों के लिए हेल्दी हो सकते हैं। सही मात्रा में कैरीयर ऑयल जैसे नारियल तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाए, तो बालों की सेहत में सुधार देखा जा सकता है।
सबसे पहले, 2 चम्मच नारियल तेल को हल्का गर्म कर लें ताकि वह गुनगुना हो जाए — ध्यान रहे कि तेल ज्यादा गर्म न हो, वरना कपूर के गुण नष्ट हो सकते हैं। अब इसमें ¼ चम्मच पिसा हुआ भीमसेनी कपूर मिलाएं और तब तक हिलाएं जब तक वो पूरी तरह घुल न जाए। अंत में, इसमें 1 चम्मच शुद्ध शहद डालें और अच्छे से मिलाएं ताकि एक स्मूद और एकसार मिश्रण बन जाए।
इस मिश्रण को बालों पर लगाने के लिए बालों को सेक्शन में बांट लें। फिर मिश्रण को उंगलियों से धीरे-धीरे स्कैल्प पर मालिश करते हुए लगाएं — यह प्रक्रिया न केवल स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाएगी बल्कि ठंडक और राहत भी देगी। इसके बाद, बचा हुआ मिश्रण बालों की पूरी लंबाई पर लगाएं ताकि उन्हें नेचुरल softness और shine मिले। मिश्रण को 30–45 मिनट तक बालों में रहने दें और फिर किसी माइल्ड शैम्पू से धो लें।
इस नुस्खे का सबसे अच्छा परिणाम पाने के लिए हफ्ते में 1–2 बार इसका प्रयोग करें। नियमित उपयोग से डैंड्रफ में कमी, बालों की टूट-फूट में राहत और बालों की प्राकृतिक चमक बनी रहती है।
शिकाकाई और रीठा
शिकाकाई और रीठा बालों के लिए नेचुरल क्लेंज़र हैं जो केमिकल-फ्री सफाई और पोषण प्रदान करते हैं। शिकाकाई में विटामिन C होता है जो बालों की ग्रोथ बढ़ाता है और स्कैल्प को डीप क्लीन करता है, वहीं रीठा एंटीबैक्टीरियल गुणों से बालों को चमकदार और संक्रमणमुक्त बनाए रखता है।
दोनों को रातभर भिगोकर उबाल लें और छानकर उस लिक्विड से बाल धोएं — यह डैंड्रफ, हेयर फॉल और ऑयली स्कैल्प को संतुलित करने में मदद करता है। हफ्ते में 1–2 बार इस नेचुरल वॉश का इस्तेमाल करें ताकि बाल मजबूत, मुलायम और हेल्दी बनें।
डैंड्रफ से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या डैंड्रफ से बाल झड़ सकते हैं?
हाँ, डैंड्रफ स्कैल्प पर फंगल संक्रमण और सूजन पैदा करता है जिससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। लगातार खुजली और स्कैल्प की खराब स्थिति बाल झड़ने का कारण बन सकती है। समय पर इलाज न हो तो हेयर फॉल बढ़ सकता है
डैंड्रफ के लिए सबसे असरदार घरेलू उपाय कौन से हैं?
नीम की पत्तियों का पेस्ट, नारियल तेल में नींबू मिलाकर मालिश, दही का हेयर मास्क, एलोवेरा जेल और सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar) जैसे उपाय डैंड्रफ को कम करने में बेहद असरदार हैं। ये स्कैल्प को पोषण देते हैं और फंगल संक्रमण को रोकते हैं
डैंड्रफ के लिए कौन सा शैम्पू सबसे अच्छा है?
ऐसे शैम्पू चुनें जिनमें केटोकोनाजोल, जिंक पाइरिथियोन, या सैलिसिलिक एसिड जैसे एंटी-फंगल तत्व हों। एलोवेरा और इचथामोल युक्त शैम्पू स्कैल्प को शांत करते हैं और डैंड्रफ की जड़ में जाकर उसे खत्म करने में मदद करते हैं
डैंड्रफ को हमेशा के लिए कैसे हटाएं?
डैंड्रफ को पूरी तरह खत्म करने के लिए नियमित स्कैल्प सफाई, सही शैम्पू का इस्तेमाल, तनाव कम करना, और पोषक आहार जरूरी है। घरेलू उपायों के साथ स्कैल्प की हाइजीन बनाए रखें। सही देखभाल से इसे लंबे समय तक नियंत्रित किया जा सकता है
डैंड्रफ से बचने के लिए क्या डाइट फॉलो करनी चाहिए?
डाइट में विटामिन B6, C, E, जिंक और आयरन युक्त फूड्स जैसे केला, लहसुन, सूरजमुखी के बीज और टोफू शामिल करें। ये स्कैल्प को अंदर से पोषण देते हैं और डैंड्रफ को नेचुरल तरीके से कम करते हैं