
हमारे लिए हमारे बाल बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, हमारे लुक्स के लिए बाल का अहम रोल होता है इसलिए हर कोई चाहता है कि बाल शाइनी, मुलायम और डैंड्रफ-फ्री रहें। हर कोई चाहता है कि बाल सफेद न हों और कम से कम हेयर लॉस हो। उसके बावजूद भी हेयर लॉस का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमें स्वस्थ बालों के लिए सही हेयर केयर रूटीन का पता होना अत्यंत जरूरी है।
बालों की तीन मुख्य परतें होती हैं (Type of hair layer)
आपके बाल स्ट्रेट हों, कर्ली हों, वेवी हों, ड्राई हों चाहे ऑयली हों, कैसे भी हों, हम सबके बालों का स्ट्रक्चर ब्रॉडली एक जैसा ही होता है। हमारे बालों के हेयर में कई सारे लेयर होते हैं।
- 1- क्यूटिकल लेयर – व्यापक रूप से पहली लेयर को क्यूटिकल लेयर कहते हैं। इस क्यूटिकल में बहुत से पतले सेल्स होते हैं। यह बालों की बाहरी परत होती है। इसका काम होता है अंदर की लेयर्स को प्रोटेक्ट करना और स्मूथ अपीयरेंस देना। अगर क्यूटिकल हेल्दी है, तो बाल शाइनी और स्मूथ लगते हैं।
- 2- कॉर्टेक्स लेयर – यह लेयर बालों की सेंट्रल और सबसे मोटी लेयर होती है। कॉर्टेक्स बालों का रंग, टेक्सचर और स्ट्रेंथ डिटरमाइन करता है। कॉर्टेक्स लेयर में केराटिन नाम का प्रोटीन और मेलानिन पिगमेंट भी होता है जो हमारे बालों का रंग और टेक्सचर देता है।
- 3- मेडुला – अंदर की लेयर मेडुला होती है, जो बालों के हिवर के बीच में रहती है। हमारे बाल हेयर रूट से उगते हैं, जहां हेयर फॉलिकल होता है। इसके टर्मिनल साइड पर हेयर बल्ब होता है जो हमारे बालों को बढ़ने के लिए ब्लड स्ट्रीम से आवश्यक न्यूट्रिएंट्स, ग्रोथ फैक्टर और पोषण प्रदान करता है।
बालों की देखभाल का सही रूटीन –
हमारे बालों को हेल्दी, घना और मजबूत बनाए रखने के लिए हमारे स्कैल्प को साफ रखकर सही पोषण देना जरूरी है। इसलिए जो हेल्दी हेयर केयर रूटीन है, उसे फॉलो करना बेहद जरूरी है।
हमारे बाल कैसे होंगे, यह ज्यादातर हमारे जेनेटिक्स पर आधारित होता है, पर एक हेल्दी लाइफस्टाइल और एक हेल्दी हेयर केयर रूटीन के साथ आप अपने बाल जरूर हेल्दी रख सकते हैं।
मसाज (मालिश) के फायदे -(Hair massage)-
थोड़ा सा तेल हल्का सा गरम करके नहाने से पहले सिर पर अप्लाई करें और कुछ देर तक मसाज भी करें। इससे आपके स्कैल्प के यहां हेयर फॉलिकल में थोड़ा सा ब्लड फ्लो स्टिमुलेट होता है। ब्लड सर्कुलेशन सही रहने पर बालों की जड़ों तक सही तरीके से न्यूट्रिएंट्स पहुंचाने में मदद मिलती है। मसाज करने से शारीरिक थकान के साथ-साथ मानसिक तनाव दूर होता है, जिससे आपको स्ट्रेस से होने वाले हेयर फॉल से निजात मिल सकती है।
बार-बार बाल धोने से बचें –
अपने सिर को हफ्ते में 2 से 4 बार जरूर धोएं, लेकिन बालों को जरूरत से ज्यादा धोने से स्कैल्प पर मौजूद नेचुरल मॉइश्चर भी धुल जाता है, जिससे बालों के ड्राई होने के चांस बढ़ जाते हैं।
सल्फेट फ्री शैम्पू इस्तेमाल करें –
केराटिन, सैलिसिलिक एसिड और होलोनोमिक युक्त प्रोडक्ट का उपयोग करें, जिससे आपको हेयर वॉश के दौरान धुले हुए मॉइश्चर को वापस पाने में मदद मिलेगी।
विटामिन्स (Vitamins for hair growth)
हेल्दी, न्यूट्रिशनस और विटामिन युक्त भोजन खाएं। हेल्दी बालों के लिए हेल्दी भोजन लेना अत्यंत आवश्यक है। ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन B7, विटामिन B12, विटामिन C, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन E, जिंक, आयरन और मिनरल्स वाले फूड को अपनी डाइट में शामिल करें। यह आपके बालों में होने वाली सभी समस्याओं से आपके बालों को प्रोटेक्ट करेगा।
एक्सरसाइज (Exercise for hair)
एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। एक्सरसाइज करने से ओवरऑल हेल्थ भी इम्प्रूव होती है और शरीर की न्यूट्रिएंट्स एब्जॉर्ब करने की क्षमता भी बढ़ जाती है, जिससे आपके बालों को उपयुक्त न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। एक्सरसाइज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन संतुलित रहता है, जिससे आपके बालों तक सही मात्रा में खून पहुँचता है।
ट्रिमिंग है जरूरी –
रेगुलर ट्रिमिंग करने के बहुत सारे फायदे होते हैं। प्रदूषण और अन्य बाहरी कारणों से बाल खराब होना शुरू हो जाते हैं। किसी तरह अगर बाल दोमुंहे हो जाएं और स्प्लिट एंड्स के अंदर आ जाएं, तो ये बालों को नुकसान पहुंचाते हैं। हर महीने या फिर रेगुलर अंतराल पर ट्रिमिंग करेंगे, तो बालों से स्प्लिट एंड्स निकल जाएंगे। बालों में जो फ्रिज़िनेस आ जाती है, वह भी रेगुलर ट्रिमिंग से दूर हो जाएगी।
राइस वाटर शैम्पू इस्तेमाल करें –
यह एक नेचुरल हेयर शैम्पू है, जो पैराबेन फ्री और सल्फेट फ्री होता है। इसमें कोई भी हानिकारक इंग्रीडियंट्स नहीं होते। इसमें मौजूद केराटिन और व्हे प्रोटीन बालों को विटामिन्स प्रदान करती है, जो बालों की ग्रोथ में मदद करती है। यह बालों और स्कैल्प को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करता है।
क्या न करें –
- हीटिंग टूल्स का इस्तेमाल न करें – हीटिंग टूल्स के इस्तेमाल से बालों की क्यूटिकल लेयर डैमेज हो सकती है, जिससे आपके बाल कमजोर हो कर झड़ सकते हैं।
- बार-बार बाल धोने से बचें – अपने सिर को हफ्ते में 2 से 4 बार जरूर धोएं। लेकिन बालों को जरूरत से ज्यादा धोने से स्कैल्प पर मौजूद प्राकृतिक मॉइश्चर भी धुल जाता है, जिससे बालों के ड्राई होने की संभावना बढ़ जाती है।
- केमिकल युक्त हेयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें – केमिकल युक्त शैम्पू या हेयर ऑयल से आपके बालों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए हम आपको हमेशा सलाह देंगे कि आप हमेशा आयुर्वेदिक हेयर प्रोडक्ट्स को प्राथमिकता दें।
बाल झड़ने की कुछ खराब आदतें –
- स्कैल्प पर तेल न लगाना – आजकल के युवा हेयर स्टाइल के चक्कर में न तो बालों में कंघी करते हैं और न ही तेल लगाते हैं। तेल न लगाने से बालों पर नमी की कमी दिखती है। बालों में रूखापन के कारण बाल झड़ने की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए बालों में तेल लगाना ज़रूरी है। हफ्ते में कम से कम 2 बार तेल लगाएं।
- कंडीशनर का इस्तेमाल न करना – शैम्पू करने से हमारे बालों से धूल-मिट्टी के साथ-साथ आवश्यक न्यूट्रिएंट्स भी निकल जाते हैं। इसलिए हेयर वॉश के बाद हमारे बालों को पोषण की कमी होती है। बालों को पोषण देने के लिए कंडीशनर एक अच्छा विकल्प है। लेकिन बहुत से लोग कंडीशनर का इस्तेमाल नहीं करते, जिससे बालों में पोषण की कमी के कारण ड्रायनेस दिखने लगती है।
- गर्म पानी से बाल धोना – अत्यधिक गर्म पानी का इस्तेमाल बालों की रक्षा करने वाली परत को नुकसान पहुंचाता है। नियमित रूप से गर्म पानी के इस्तेमाल को कम करें और बालों को सूखने से रोकें।